देश की अर्थव्यवस्था विशेष कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में हथकरघा व्यवसाय से जुड़े लोगों व बुनकरों की अहम भूमिका है
DPLN ( कुल्लू )
7 अगस्त । 9 वैं राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर बुनकर सेवा केंद्र कुल्लू द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उप मंडल अधिकारी कुल्लू विकास शुक्ला ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था विशेष कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में हथकरघा व्यवसाय से जुड़े लोगों व बुनकरों की अहम भूमिका है ।उन्होंने कहा कि हथकरघा का हड़प्पा सभ्यता वैदिक ग्रन्थों में भी उल्लेख मिलता है।परन्तु अग्रेजो के भारत आगमन के बाद भारतीय हथकरघा उद्योग को कमजोर करने के प्रयास किये गये,जिसका भारतीय ने कड़ा विरोध किया तथा महात्मा गांधी की अगवाई में 1907 में स्वदेशी आंदोलन आरम्भ किया गया। आजदी के बाद देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाये गये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा बुनकरों व कारीगरों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्यक्रम वह योजनाएं आरंभ की गई है उन्होंने कहा कि हथकरघा व्यवसाय से जुड़े लोगों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आगे आना को कहा।उन्होंने प्रदेश विशेषकर कुल्लू जिले में हथकरघा क्षेत्र को सुदृढ़ करने में भुटिको के के प्रयासों की सरहहना की।बुनकर सेवा केंद्र के प्रमुख अंशुमन गुप्ता ने मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य का स्वागत किया।
भुट्टी वीवर्स कार्रपोरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष सत्यप्रकाश ठाकुर ने भी सम्बोधित किया।
इस दौरान हथकरघा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राष्ट्रीय अवार्डी प्रीतम,गुलशन कुमार,सोहन सिंह ,राज कुमार को भी मुख्य अतिथि ने समानित किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र,प्यारेलाल झोलटा, सहित बुनकर व अन्य उपस्थित थे।