शहीद स्मारक पर पुष्पांजली अर्पित कर शहीदों को किया नमन
DPLN ( ऊना )
15 अगस्त । जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ऊना के प्रांगण में धूमधाम के साथ मनाया गया। समारोह के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। इस दौरान पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस तथा स्काउट एंड गाइड की टुकड़ियों ने भव्य मार्च पास्ट किया।
77वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन में रोहित ठाकुर ने स्वाधीनता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाली महान विभूतियों को याद कर उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल के वीर सपूतों ने आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभाई है। हमें इस बात का गर्व है कि देश का पहला परमवीर चक्र हिमाचल के वीर सपूत मेजर सोमनाथ शर्मा को अपने सर्वाेच्च बलिदान के लिए प्राप्त हुआ था।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में हाल ही में हुई बारिश ने पूरे राज्य में आपदा की स्थिति उत्पन्न कर दी है जिससे प्रदेश को लगभग 8 हज़ार करोड़ रूपये का नुक्सान हुआ है। राज्य सरकार इस आपदा के कारण प्रभावित लोगों को सीमित संसाधनों के बावजूद युद्धस्तर पर राहत मुहैया करवा रही है। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार का सहयोग भी वांछित है जिसके लिए मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खु ने केंद्र सरकार से तुरंत 2 हज़ार करोड़ रूपये की अंतरिम राहत की मांग रखी है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश से आपदा प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आपदा राहत कोष-2023 बनाया गया है। मुसीबत की इस घड़ी में लोग इस कोष में बढ़-चढ़कर अंशदान कर रहे हैं जो बहुत मददगार साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान गम्भीर संकट की स्थिति को देखते हुए सरकार ने राहत के तौर पर दी जाने वाली राशि को कई गुणा बढ़ाया है। पहले पक्के घरों को आंशिक क्षति पर 12 हज़ार 500 रूपये तथा कच्चे मकान को आंशिक नुक्सान होने पर 10 हज़ार रूपये की मदद की जाती थी। लेकिन भारी वर्षा से जिन परिवारों के घर पूर्ण या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें एक-एक लाख रूपये की राहत राशि प्रदान की जा रही है। इसके अलावा दुकानों और ढाबों को नुक्सान पहुंचने पर सामान के एवज़ में 10 हज़ार रूपये की सहायता मिलती थी। लेकिन वर्तमान में दुकानों व ढाबों मालिकों को राज्य सरकार द्वारा एक लाख रूपये की राहत राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि किराएदार के सामान को नुक्सान होने पर पहले 25 हज़ार रूपये की मदद का प्रवाधान था। लेकिन अब आपदा के दौरान प्रभावित परिवारों को 50 हज़ार रूपये की राशि प्रदान की जा रही है। रोहित ठाकुर ने बताया कि कृषि और बागवानी योग्य भूमि में बाढ़ से गाद आने पर पहले लगभग 1400 रूपये प्रति बीघा मुआवज़ा दिया जाता था। लेकिन वर्तमान में ऐसी भूमि के लिए 5 हज़ार रूपये प्रति बीघा की दर से राहत राशि प्रदान की जा रही है।शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षा व स्वास्थ्य सहित सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए कृत संकल्प है तथा प्रदेश सरकार ने हाल ही में शिक्षा विभाग में 6 हज़ार पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की है। इस कड़ी में शीघ्र ही अन्य विभागों मे रिक्त पड़े महत्वपूर्ण पदों को भरने की प्रक्रिया को आरंभ किया जाएगा।उन्होंने कहा कि प्रदेश की तरक्की में जिला ऊना का भी विशेष योगदान है। ऊना जिला से आरंभ हुई सहकारिता की मुहिम को पूरे देश ने अपनाया गया है। इसके अलावा औद्योगिकरण तथा खाद्यय उत्पादन के क्षेत्र में भी जिला ऊना की प्रदेश व देश में विशेष पहचान है। उन्होंने कहा कि जिला में स्थापित किए जा रहे बल्क ड्रग पार्क से तरक्की के नए आयाम स्थापित होंगे तथा जिला व प्रदेश के अनेक लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर हासिल होंगे।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने एमसी पार्क में बने शहीद स्मारक पर पुष्पांजली अर्पित कर शहीदों को नमन किया।इन्हें किया सम्मानित
जिला ऊना में आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों में अनुकरणीय योगदान देने के लिए लोकनिर्माण विभाग के एसडीओ अरविन्द, जेई गुलशन कुमार, आशीष कुमार, जेसीबी ऑप्रेटर, नरेश कुमार, मंगत राम, टिप्पर ड्राईवर हुसन चंद, बेअंत सिंह, हिमाचल होमगार्ड की 12वीं वाहिनी ऊना से प्रशामक मुकेश कुमार, गृह रक्षक केशव कुमार व सैक्शन लीडर दविन्द्र जीत को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
हिमाचल प्रदेश में आपदा के दौरान अपनी बचत की राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमाकर अनुकरणीय कार्य करने के लिए पनव शर्मा व कुमारी मानसी राणा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
रूहान भाटिया ने स्वच्छ पर्यावरण का अनुकरण करते हुए दो किलो पोलीथीन इकट्ठा कर नगर पंचायत दौलतपुर को सौंपा तथा पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया। समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतू उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कुमारी सौम्या शर्मा द्वारा रामायण महाकाव्य का हिन्दी में संक्षिप्त एवं सरल अनुवाद करने तथा मुख्यमंत्री राहत कोष में 21 हज़ार रूपये की राशि प्रदान के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
तालाबों को साफ करके इनका कायाकल्प करके अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया गया। इससे जहां जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा वहीं ग्रामीण क्षेत्र पर्यटन का केंद्र भी बनेंगे जिसके लिए ग्राम पंचायत नंगनोली के प्रधान मैहताब ठाकुर और ग्राम पंचायत चुल्हड़ी के प्रधान कर्ण सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट विभागीय सेवाएं देने के लिए सम्मानित किया गया। पुलिस विभाग के सम्मानित किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों में निरीक्षक अशोक कुमार, उप निरीक्षक गुरध्यान सिंह, सहायक उप निरीक्षक रघुबीर सिंह, जमालदीन व विनोद, हैड कांस्टेबल कमल कृष्ण, नरेंद्र कुमार व राजेश कुमार तथा महिला कांस्टेबल साधना के नाम शामिल है।
प्रदर्शनी का किया अवलोकन
इस मौके पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने हिमाचल फोटो गैलरी के संस्थापक डॉ राजेंद्र अत्री द्वार स्थापित फोटो गैलरी का अवलोकन किया। फोटो प्रदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ यशवंत सिंह परमार के ऐतिहासिक व दुर्लभ चित्रों को प्रदर्शित किया गया। फोटो प्रदर्शनी आगामी एक सप्ताह तक उपायुकत कार्यालय ऊना सहित जिला ऊना के विभिन्न स्थलों पर भी लगाया जाएगा ताकि क्षेत्रवासियों को प्रदेश व देश के प्राचीन ऐतिहासिक चित्रों को जानने का मौका मिलेगा।
इस अवसर ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक चैतन्य शर्मा, चिंतपूर्णी क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदर्शन सिंह बबलू, ऊना विस के विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व उद्योग मंत्री कुलदीप सिंह, ऊना विस के पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा, पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल, कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अशोक ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता विजय डोगरा, जगत राम शर्मा, विवेक शर्मा उपायुक्त ऊना ऊना राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर, एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।