कुपोषण की चुनौती से निपटने को मिशन मोड में चलेगा पोषण अभियान: डीसी

माताओं, किशोर लड़कियों और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर रहेगा फोक्स

DPLN ( धर्मशाला )
01 सितंबर। कांगड़ा जिला में पोषण अभियान कुपोषण की चुनौती से निपटने के लिए मिशन मोड में संचालित किया जाएगा। यह उद्गार उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने शुक्रवार को रेडक्रास भवन में पोषण अभियान का शुभारंभ करने के उपरांत व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग पूरे सितंबर 2023 में छठा राष्ट्रीय पोषण माह मना रहा है। पोषण अभियान, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, किशोर लड़कियों और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए व्यापक तरीके से पोषण संबंधी परिणामों को आगे बढ़ाने में सहायक है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष, पोषण अभियान का उदद्ेश्य जीवन-चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से कुपोषण से व्यापक रूप से निपटना है, जो मिशन पोषण 2.0 की आधारशिला है। पोषण-समृद्ध भारत, शिक्षित भारत, सशक्त भारत के थीम को लेकर इस अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।कांगड़ा जिला में 4226 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से चलेगा अभियान
जिला कांगड़ा में 4226 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोषण अभियान संचालित किया जाएगा। जिला में एक महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विशेष स्तनपान और पूरक आहार के प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा इसके साथ ही अभियान के माध्यम से जमीनी स्तर पर पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।स्वस्थ बाल प्रतियोगिताएं भी होंगी आयोजित
स्वस्थ बाल प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों भी आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही पोषण भी पढाई भी, पर्यावरण के लिए जीवन शैली जैसी गतिविधियों पर भी विशेष बल दिया जाएगा। बातचीत के माध्यम से एनीमिया जैसे स्वास्थ्य कारणों पर भी महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर आउटरीच कार्यक्रम, पहचान अभियान, शिविर और घरेलू दौरे आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी आशोक शर्मा तथा समेकित महिला बाल एवं विकास विभाग के विभिन्न अधिकारी तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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