हमारे देश का नाम भारत हज़ारों-लाखों सालों से, यह नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा नहीं रखा गया : बिहारी

हमारे देश का नाम भारत हज़ारों-लाखों सालों से, यह नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा नहीं रखा गया : बिहारी

DPLN ( शिमला )
9 सितंबर। जिस गठबंधन के नाम में ही एकजुटता नही वो भाजपा को न सिखाए एकजुटता का पाठ, पहले इन डॉट्स की खाई को पाटे फिर करें ब्यानबाजी। उन्होंने कांग्रेस के ऊपर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कांग्रेस की प्रदेशध्यक्ष प्रतिभा सिंह अपनी पार्टी को जोड़ने का कार्य तो कर नही पा रही और अपने पुत्र की भांति सुर्खियों में बने रहने के लिए राष्ट्रीय मुद्दों को बेवजह तूल दे कर ब्यानबाजी का कार्य करती हैं।
प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल ने प्रतिभा सिंह के बयान और उनकी जानकारियों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमारे देश का नाम भारत हज़ारों-लाखों सालों से चला आ रहा है और यह नाम देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा नहीं रखा गया है। भारत शब्द का विरोध करना ये कांग्रेस पार्टी और इनके नेताओं की अज्ञानता का प्रतीक है।
बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म को समाप्त करने की घोषणा करने वाले नेताओं को कांग्रेस पार्टी का संरक्षण प्राप्त है। कांग्रेस पार्टी अब सनातन धर्म को समाप्त करने पर आ गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह स्पष्ट करे कि सनातन धर्म को समाप्त करने का बयान देने वाले नेता ए राजा, उदयनिधि स्टालिन व मल्लिकार्जुन खड़गे जी जो स्वयं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष है, के पुत्र, इन तीनों के बारे में और उनके द्वारा दिए गए बयान के बारे में उनका क्या कहना है?
उन्होंने कहा भारत इंद्रा है, इंद्रा भारत है वाली अहंकारी सोच रखने वाली पार्टी कांग्रेस की दमनकारी नीतियों का सबसे बड़ा उदाहरण लोकतंत्र की हत्या इमरजेंसी हैं।भारत को बचाने की बात करने वाली सरकार के मुख्य्मंत्री ज़ब यह ब्यान देते हैं कि हमनें 97% हिन्दुओं की विचारधारा को हरा कर सत्ता हासिल की हैं सत्ता प्राप्ति के लिए कांग्रेस पार्टी सनातन धर्म को समाप्त करने वाली पार्टियों का साथ देकर हिन्दू विरोधी मानसिकता के साथ तुष्टीकरण की चरम सीमा पर जाते हुए सत्ता प्राप्ति करना चाहते हैं।उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी जो कभी राष्ट्रव्यापी पार्टी थी जिसके 400-400 संसद सदस्य हुआ करते थे व देश के 20-25 राज्यों में जिनकी सरकारें हुआ करती थी, आज वह पार्टी लगातार रसातल की ओर जा रही है। देशभर में 2-3 राज्यों में इनकी सरकारें है और केन्द्र में भी 50 सांसदों से इन्हें गुजारा करना पड़ रहा है। कांग्रेस को अब इंडिया से प्रेम हो गया है, भारत से दुश्मनी हो गई है। दुनिया का प्राचीनतम राष्ट्र भारत अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है। सनातन का विरोध दुनिया के अनेक शक्तिशाली राष्ट्रों ने किया परन्तु कोई नहीं बचा तो यह घमंडिया गठबंधन सनातन का विरोध क्या करेगा।

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