राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के नेतृत्व में सड़क बहाली का कार्य अंतिम पड़ाव पर
DPLN (किन्नौर )
15 सितंबर । राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी के नेतृत्व में 07 सितम्बर, 2023 की रात को किन्नौर जिला के निगुलसरी में लगभग 400 मीटर तक बाधित हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 की बहाली का कार्य अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचा गया है। सड़क बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया तथा आज सड़क बहाली का कार्य 380 मीटर तक पूर्ण कर लिया गया है तथा अब केवल 20 मीटर की सड़क बहाली का कार्य बचा है जो शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा।राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी इस दौरान स्वयं मौके पर उपस्थित रहे तथा उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय उच्च मार्ग की बहाली में एनएचएआई के कर्मचारी व अन्य ठेकदारों के मजदूरों सहित भारतीय सेना व पटेल कम्पनी द्वारा बहाली के कार्य में सहयोग प्रदान किया गया। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 की बहाली के लिए 40 श्रमिकों की तैनाती की गई जिसमें 35 निजी ठेकेदार के तथा 05 राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 के श्रमिक शामिल हैं। इसके अलावा 01 कनष्ठि अभियन्ता, 01 डोज़र, 02 आर.ओ.सी मशीने तथा 03 वायु संपीड़न मशीनों की तैनाती कर सड़क बहाली का कार्य किया गया।बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला में सेब व मटर की फसल का सीजन चालू है तथा ऐसे में यह आवश्यक था कि शीघ्र ही जिला के किसानों व बागवानों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि निगुलसरी में रज्जू-मार्ग का निर्माण किया गया तथा किसानों व बागवानें के सेब व मटर की फसलों को स्पेन के माध्यम से मंडियो तक पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि अब तक बागवानों के सेब के 2250 हाॅफ बक्से, 150 फूल तथा 800 करेटों को रज्जू-मार्ग से मंडियो तक पहुंचाया गया। इसके अलावा 1800 बैग मटर की फसल को भी मंडी तक पहुंचाया गया।
जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान हिमाचल सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए निरंतर तत्परता से कार्य कर रही है तथा प्रदेश के लोगों के साथ हर आपदा की स्थिति में दृढ़ता और कर्तव्य निष्ठा से खड़ी है। उन्होंने कहा कि जिला में इस राष्ट्रीय उच्च मार्ग के बाधित होने से जिला अन्य जिलों से पूर्णतः कट चुका था तथा जिसकी बहाली के लिए उन्होंने स्वयं मोर्चा संभालते हुए सड़क बहाली कार्य से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों को शीघ्र बहाली करने के आदेश दिए।
उन्होंने बताया कि पहाड़ के दरकने से लगभग 400 मीटर तक सड़क पूर्णतः क्षतिग्रसत हो गई थी तथा चट्टान के कारण सड़क बहाली में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, परंतु दृढ़ निश्चय व संकल्प से अब केवल 20 मीटर सड़क की बहाली का कार्य बचा है जिसे कल तक पूर्ण कर लिया जाएगा।