स्वच्छता को लेकर दीर्घकालिक सोच के साथ कार्य करें पंचायतें – निवेदिता नेगी

स्वच्छता ही सेवा पखवाडे़ पर एडीसी ने दिलाई कचरा मुक्त भारत बनाने की शपथ

स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 में अव्वल रहीं ग्राम पंचायतों को किया सम्मानित

DPLN ( मंडी )
18 सितम्बर। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) मंडी निवेदिता नेगी ने ग्राम पंचायतों से स्वच्छता को लेकर दीर्घकालिक सोच के साथ कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने इसके लिए पंचायत प्रधानों से योजनापूर्वक प्रयास करने तथा गांवों में स्वच्छता को लेकर सामूहिक प्रयासों का माहौल तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का लक्ष्य सामूहिक प्रयासों से ही पूरा किया जा सकता है।निवेदिता नेगी स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 में अव्वल रहीं ग्राम पंचायतों के सम्मान के लिए सोमवार को जिला परिषद सभागार मंडी में आयोजित समारोह में बोल रही थीं। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छता को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने वाली मंडी जिले की ग्राम पंचायतों के प्रधानों और सचिवों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने 15 सितम्बर से 2 अक्तूबर तक मनाए जा रहे ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाडे़ के तहत पंचायत प्रधानों को ‘कचरा मुक्त भारत’ बनाने की शपथ भी दिलाई।
स्वच्छता में असहयोग पर सख्ती बरतें प्रधान
एडीसी ने पंचायत प्रधानों से गांवों में स्वच्छता में असहयोग करने वालों से सख्ती बरतने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर कोई पंचायत निवासी साफ सफाई में सहयोग नहीं कर रहा है तो उसको जुर्माना लगाने से भी पीछे न हटें। आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य के लिए हमें वातावरण को स्वच्छ रखने का अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाना होगा।
गांवों में लगाए जा रहे प्लास्टिक कचरा प्रबंधन प्रोजैक्ट

निवेदिता नेगी ने कहा कि गांवों में प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन एक चुनौती है। इसलिए गांवों को कचरा मुक्त करने के लिए हर विकास खंड में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन प्रोजैक्ट स्थापित किए जा रहे हैं। इसके लिए गांवों को कलस्टर के माध्यम से जोड़ा जा रहा है।
स्वच्छता में प्रदेशभर में अव्वल रही कनैड पंचायत
एडीसी ने पर 2000 से 5000 तक के आबादी वर्ग में प्रदेश में स्वच्छता में अव्वल रहने वाली धनोटू विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कनैड को बधाई दी। उन्होंने कनैड के पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित करते हुए उनसे स्वच्छता की मुहिम को निरंतर इसी प्रकार आगे बढ़ाने का आह्वान किया। इस मौके उन्होंने कनैड समेत जिले की 28 ग्राम पंचायतों को स्वच्छता को ेलकर बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया।उन्होंने जिला स्तर पर 2000 से 5000 तक के आबादी वर्ग में प्रथम स्थान पर रही ग्राम पंचायत निचला गरोड़ू और 5000 से अधिक के आबादी वर्ग में पहले स्थान पर रही ग्राम पंचायत नेर घरबासड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। ये दोनों ग्राम पंचायतें द्रंग विकास खण्ड की हैं।
वहीं, निवेदिता नेगी ने खंड स्तर पर 2000 से 5000 के आबादी वर्ग में प्रथम रही सदर विकास की ग्राम पंचायत रंधाड़ा, थुनाग की शिल्ली बागी, गोहर की थरजुं, चौंतड़ा की बदेहर, बल्ह की लुआखर, सुन्दरनगर की सलापड़, निहरी की प्रेसी, दं्रग की रोपा पधर, करसोग की लोअर कससोग, धनोटु की भ्यारटा, धर्मपुर की सिद्धपुर और चुराग की ग्राम पंचायत कलासन के प्रधानों व सचिवों को सम्मानित किया।इसके अलावा उन्होंने स्वच्छता को लेकर 2000 से कम के आबादी वर्ग में प्रथम रही थुनाग की ग्राम पंचायत बाहल संेज, सुंदरनगर की बनवारी, गोहर की बाड़ा, बल्ह की डहणु, चौंतड़ा की दराहल, द्रंग की कजौठ, निहरी की सेगल, करसोग की खादरा, चुराग की सवा माहु, बालीचौकी की टकोली, धर्मपुर की कून और धनोटू की घिड़ी पंचायत के प्रधानों-सचिवों को सम्मानित किया।इस दौरान डीआरडीए के परियोजना निदेशक सोनू गोयल ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े में इस बार कचरा मुक्त भारत की संकल्पना को लेकर विविध जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। पखवाड़े के दौरान 2 अक्टूबर तक ग्राम पंचायतों में जन सहभागिता से स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और आम जनता को सूखे और गीले कूडे को घर से अलग करने, प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, कचरा प्रबंधन और स्वच्छ पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का काम किया जाएगा।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को लेकर बेहतर कार्य करने वाले पंचायत प्रधानों ने अपने वहां किए अभिनव प्रयोगों, कार्यों और रणनीतियों को लेकर विचार साझा किए।

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