बोले…स्टार्टअप्स और ग्रोथ के लिए आदर्श है हिमाचल का वातावरण
DPLN ( मंडी )
30 सितंबर ।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार – नवाचार, डिजिटल प्रौद्योगिकी और शासन (कैबिनेट रैंक) गोकुल बुटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार हिमाचल को रिसर्च, नवाचार और स्टार्टअप्स का हब बनाने के लिए दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। हिमाचल का प्राकृतिक सौन्दर्य और वातावरण स्टार्टअप्स और ग्रोथ के लिए आदर्श है, जो दुनिया के नवाचार के उद्यमकर्ताओं के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करता है। यहां का वातावरण स्टार्टअप्स और ग्रोथ के लिए उपयुक्त है। दुनिया के आईटी और नवाचार से जुड़े उद्यम के लिए यहां सारी मुफीद सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह सही समय है जब हम मिलकर हिमाचल को रिसर्च, नवाचार और स्टार्टअप्स का हब बनाने के लिए मजबूती से आगे बढ़ें।
श्री बुटेल शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी कैटलिस्ट के वार्षिक प्रमुख कार्यक्रम हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक (एचएसटी) के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए बोल रहे थे। यह कार्यक्रम जलवायु परिवर्तन एवं स्वच्छ ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से सफल हुआ।
बुटेल ने कहा, “हिमाचल में होने से आपको हिमालय श्रृंखला की गोद में होते हुए वैश्विक मुद्दों को हल करने का अवसर मिलता है। हिमाचल प्रदेश स्टार्टअप आइडियाज को विकसित करने के लिए एक बहुत अच्छा स्थान है जिसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर है। हमारा राज्य, देश में अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) और नवाचार के मामले में सबसे आगे है। हिमाचल प्रदेश का देश में कर्मचारी-से- जनसंख्या अनुपात सबसे ज्यादा है। मैं आने वाले वर्षों में सरकार, उद्योगों और आईआईटी मंडी के बीच एक उत्साहजनक सहयोग की आशा करता हूं। राज्य में एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की तत्काल आवश्यकता है और मुझे यकीन है कि आईआईटी मंडी कैटेलिस्ट इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुझे विश्वास है कि आईआईटी मंडी हिमाचल की सिलिकॉन वैली बन रही है।”
हिमालयन स्टार्टअप ट्रेक भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के हितधारकों को एक साथ लाने और उन्हें एक मंच पर जोड़ने के लिए आईआईटी मंडी कैटलिस्ट द्वारा आयोजित प्रमुख वार्षिक स्टार्टअप कार्यक्रम है। नए उद्यमशील स्टार्टअप और अनुभवी सलाहकार एक-दूसरे से मिलते हैं और नए विचारों और नवाचारों को वैश्विक बाजार के लिए उत्पादों और सेवाओं में बदलने में मदद करते हैं।
राज्य सरकार के साथ संस्थान के सहयोग के बारे में आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा, “एचएसटी उन व्यक्तियों को प्रोत्साहित करता है जो सामाजिक समस्याओं के लिए नवीन समाधानों के विकास में योगदान देने के लिए उत्साहित हैं। मैं हिमाचल प्रदेश सरकार और माननीय मुख्य अतिथि को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं राज्य सरकार से उनके निरंतर सहयोग की आशा करता हूं इसकी सफलता और स्थिरता के लिए आईआईटी मंडी कैटलिस्ट के दृष्टिकोण और मिशन को समर्थन।”
एचएसटी 2023 के दौरान स्टार्टअप समुदाय और छात्रों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें शामिल हैं: इन्वेस्टर्स डेन जहां 25 निवेशक आशाजनक विचारों को वित्त पोषित करने के लिए स्टार्टअप के साथ जुड़े, मेंटर क्लीनिक जहां 30 सलाहकारों ने 110 स्टार्टअप के साथ मुलाकात की और व्यवसाय की दिशा पर प्रतिक्रिया दी ।, स्टार्टअप्स के लिए मास्टर कक्षाएं उन्हें उद्यम बनाने की कला सीखने में मदद करती हैं।
एचएसटी 2023 के मुख्य अतिथि श्री गोकुल बुटेल के साथ प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी, श्री । संजीव गुलेरिया, अध्यक्ष, एपीएमसी मंडी, डॉ. संदीप चटर्जी, वरिष्ठ निदेशक एवं वैज्ञानिक-जी, एमईआईटीवाई, श्रीमती। दीपिका राणा, संयुक्त निदेशक, उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश, श्री । मनीष खेत्रपाल, संस्थापक और प्रबंध भागीदार, वॉटरब्रिज वेंचर्स, डॉ. प्रद्योत कोले, वैज्ञानिक डी (उप सचिव) सी3ई, डीएसटी भारत सरकार, डॉ. सतिंदर शर्मा (डीन एकेडमिक्स, आईआईटी मंडी) और डॉ. पूरन सिंह, निदेशक-इनक्यूबेशन, आईआईटी मंडी कैटेलिस्ट ने विजेताओं को चेक और प्रमाणपत्र सौंपे।