लगभग 110 स्थानीय किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में की अवगत
DPLN ( गोहर )
4 मार्च।
ग्राम पंचायत स्याजी कोठी मे कृषि विभाग विकासखंड धनोटू के द्वारा प्राकृतिक खेती पर एकदिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे 105 से 110 लोगो ने भाग लिया उपस्थित सभी किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में बताते हुए विभाग की अधिकारियों के द्वारा किसानों को जीवामृत,बीजामृत और घनजीवामृत के बनाने की विधि और उसके उपयोग करने की विधि के बारे में अवगत कराया गया वह उन्हें बताया गया कि यह शून्य बजट की कृषि है क्योंकि इसमें किसानों को फसल उत्पादन के लिए उर्वरकों एवं कीटनाशकों पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती शून्य बजट प्राकृतिक कृषि का उद्देश्य रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग ना करना और जैविक कीटनाशकों का बढ़ावा देना है किसानों को फसल संरक्षण के लिए गोबर, पौधों एवं मानव के अवशिष्ट ,केंचुआ एवं जैविक उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी गई उन्हें बताया गया कि इस प्रणाली से न केवल मिट्टी के अपरदन की रक्षा होती है बल्कि मिट्टी की उर्वरता में भी वृद्धि होती है और साथ ही किसानों को फसल लागत में भी कमी आती है और उनकी आय में भी वृद्धि होती है
सभी उपस्थित सभी किसानों को विभाग के द्वारा फ्रासवीन ,करेला,भिण्डी, करेला तथा खीरे के बीज भी बांटे गए ।
इस गोष्ठी में खण्ड तकनीकी अधिकारी नरेन्द्र कुमार, सहायक तकनीकी अधिकारी सौरभ वालिया, मास्टर टैनर सरवण, रोशन लाल, नन्द लाल, ग्राम पंचायत स्यांजी कोठी के उपप्रधान खेमू चन्द शामिल वह स्थानीय लोग उपस्थित रहे।