DPLN( शिमला)
हिमाचल प्रदेश के राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक खुशी राम बालनाहटा ने शिमला में पै्रस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव के केवल 10 दिन पहले कांग्रेस की चार्टशीट का आना केवल राजनीतिक मजाक बन कर रह गया है। कांग्रेस पिछले 6 महीने से चार्ट शीट के बारे में बात कर रही थी। अब चुनाव से 10 दिन पहले जनता के दबाव में आनन-फानन में फर्जी चार्ट शीट लेकर फजीहत करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार के पूरे कार्यकाल में विपक्ष कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप सरकार के ऊपर नहीं लगा पाए। यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है और अब जब चुनाव आ रहे हैं तो कांग्रेस चार्टशीट लेकर हाजिर है।
बालनाहटा ने कहा कि पुलिस भर्ती मामले में जब सरकार को भ्रष्टाचार का आभास हुआ तो जिस मुस्तैदी के साथ सारे विषय को सरकार ने सम्भाला है वह हिमाचल के इतिहास में अभुतपूर्व है। इस भर्ती को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया और एस आई टी का गठन किया गया और तीन थानों पर केस दर्ज हुआ जिसका चालान कोर्ट में पेश किया जा चुका है। एक तरफ एस आई टी की जांच चल रही थी और दुसरी तरफ भर्ती की प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई। जिससे बेरोजगारो के हितों को नुकसान न हो इसके परिणाम स्वरूप आज 1101 अभयर्थी डरोह ट्रेनिंग ले रहे है और 85 अभयर्थी जुनगा में ट्रेनिंग ले रहे है। हिमाचल के इतिहास में कोई भी ऐसा उदारहण नहीं है जिसमें किसी मामले का निपटारा इतनी तीव्रता से किया गया हो।
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि ग्रुप 3-4 के पदों में बाहरी व्यक्तियों को नियुक्त किया गया। उन्होंने बताया कि यह कानुन कांग्रेस के शासनकाल का बना था और कानुन में ही प्रावधान था जिससे बाहरी व्यक्तियों की नियुक्तियाँ हिमाचल प्रदेश में हुई परंतु जयराम सरकार के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया तो इसमें संशोधन किया गया और अब ग्रुप 3-4 के पदों की नियुक्ति में दसवी और बारहवी हिमाचल प्रदेश से उर्तीण होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि जयराम सरकार के कार्यकाल में हिमाचल में अभुपूर्व कार्य हुए है हर घर नल से जल योजना में हिमाचल ने देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत तीव्र गति से शिमला शहर का कायाकल्प हुआ है। उन्होंने कहा कि 2017 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो प्रदेश पर 48 हजार करोड़ का कर्ज था। क्या कांग्रेस यह स्पष्टीकरण दे सकती है। कि न तो उस समय विकास के कोई बड़े कार्य हुए है, न कर्मचारियों को वेतन आयोग का लाभ दिया गया न ही कोेविड जैसी महामारी थी और न ही स्वास्थ्य संरचना पर खर्च किया गया। तो कांग्रेस ने 48 हजार करोड़ का कर्ज किस मद में खर्च किया? बालनाहटा ने विश्वास जताया कि हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार रिवाज बदलने जा रही है और जनता के सहयोग से वापिस सत्ता में आ रही है।