ढ़गवार मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट को आधुनिक तकनीक से किया जाएगा अपग्रेड: कृषि मंत्री चन्द्र कुमार

हिम गंगा” योजना पशुपालकों के जीवन में लाएगी खुशहाली।

DPLN ( ज्वाली )
25 मार्च । कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदेश में पशु पालन व्यवसाय को लाभकारी बनाने के लिए प्रदेश सरकार राज्य में नए मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने के साथ पुराने दुग्ध संयंत्रों को आधुनिक तकनीक से विकसित करेगी। यह जानकारी कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो0 चन्द्र कुमार ने आज शनिवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत हार में पशुपालन विभाग द्वारा राष्ट्रीय पशुधन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ज़िला स्तरीय जागरूकता शिविर में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए दी। शिविर में पशुपालन विभाग के सयुंक्त निदेशक(पालमपुर जोन) डॉ रवि प्रकाश, उपनिदेशक डॉ संजीव धीमान विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पशुपालकों की सुविधा के लिए धर्मशाला के नज़दीक ढ़गवार स्थित मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट को आधुनिक तकनीक से अपग्रेड किया जाएगा। प्रदेश में डेयरी फार्मिंग को आधुनिक तकनीक से विकसित करने के लिए विदेशी विशेषज्ञों की सहायता ली जाएगी। जिसके लिए शीघ्र ही उनके नेतृत्व में विभागीय टीम डेयरी फार्मिंग में विश्व मे अपनी पहचान बना चुके देशों का भ्रमण कर वहां की उच्च तकनीकों बारे जानकारी हासिल करेगी।


कृषि मंत्री ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर तथा आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए गांवों में डेयरी फार्मिंग व्यवसाय को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार पशुपालकों से दूध खरीदने के लिए विशेष प्रबन्ध करेगी। जिसके लिए गांवों में महिलाओं की समितियों का गठन कर उन्हें हर सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इन समितियों का पूर्ण जिम्मा महिलाओं के पास रहेगा जो दुग्ध खरीद तथा इसके विपणन की सारी व्यवस्था का संचालन सुनिश्चित करेंगी।
कृषि मंत्री ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए उनके पशुधन का घर पर ही उपचार मुहैया करवाने के लिए प्रदेश सरकार 44 मोबाइल वैनज़ की व्यवस्था करने जा रही है। इसके अतिरिक्त विभागीय मोबाइल एप्प भी तैयार की जा रही है जिसमें उस क्षेत्र के सभी पशु चिकित्सकों के मोबाइल नंबर अंकित होंगें। ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क किया जा सके।
“हिम गंगा” योजना पशुपालकों के जीवन में लाएगी खुशहाली।


मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पशुपालन व्यवसाय को लाभप्रद बनाने के लिए किसानों को संसाधन और व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में विशेष कार्ययोजना के तहत काम कर रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट में “हिम गंगा” योजना की शुरुआत करने की घोषणा की है। जिससे जहां पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी वहीं उनके जीवन में खुशहाली आएगी। उन्होंने बताया कि पशुपालकों को सहायता उपलब्ध करवाने के लिए शराब की प्रत्येक बोतल पर दस रुपए मिल्क सेस लगाने का निर्णय लिया गया है। कृषि मंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी अपने पुस्तैनी कार्य से विमुख हो रही है जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा युवा वर्ग कृषि व पशुपालन कार्यों में नव तकनीक का समावेश कर आर्थिक आत्मनिर्भरता का आधार बना सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में विभिन्न परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए कृषि, बागवानी व पशुपालन व्यवसाय में बृहद बदलाव लाने की आवश्यकता है। जिसके लिए उन्होंने विभाग से अधिक से अधिक लोगों विशेषकर युवाओं को कृषि एवं पशुपालन कार्यों में जोड़ने के साथ आगे आने के लिए प्रेरित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया।


उन्होंने कृषि व पशुपालन विभाग के अधिकारियों को प्रगतिशील किसानों को चिन्हित कर उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर बल दिया ताकि उनके अनुभव, ज्ञान व प्रयासों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिल सके।उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में इन कार्यों को कलस्टर आधारित बनाने के लिए कृषि , उद्यान, जल शक्ति, पशुपालन और ग्रामीण विकास विभाग को संयुक्त तौर पर कार्य करने को कहा गया है । इसके साथ किसानों -बागवानों तथा पशुपालकों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य मिले इसके लिए उचित व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जाएगा । कृषि मंत्री ने इस मौके पर जनसमस्याएं सुनी तथा अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया।शिविर में पशु पालन विभाग के सयुंक्त निदेशक(पालमपुर जोन) डॉ रवि प्रकाश ने कहा कि विभाग द्वारा राष्ट्रीय पशुधन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत इस वर्ष पांच ज़िला स्तरीय जागरूकता शिविर लगाए गए हैं । जिसमें कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, चंबा तथा सिरमौर ज़िला में ऐसे शिविर आयोजित किये गए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे शिविरों का मुख्य उद्देश्य किसानों को विभागीय योजनाओं सहित आधुनिक तकनीकों से अवगत करवाना है।
इससे पहले, उपनिदेशक (पशुपालन) डॉ संजीव धीमान ने विभागीय गतिविधियों बारे जानकारी दी। इस मौके पर शिविर में 200 से अधिक पशुपालकों ने भाग लिया। शिविर में डॉ संजीव राणा तथा डॉ गुलशन ने किसानों को पशुपालन व्यवसाय की नवीनतम जानकारियों से अवगत करवाया।
इस मौके पर प्रगतिशील किसानों को शिविर में लाए गए पशुओं के लिए सर्वोत्तम पशु पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य किसानों को भी दवाइयों की किट तथा पशु आहार वितरित किये गए।
कार्यक्रम में कृषि तथा पशुपालन विभाग द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया जिसमें सब्जियों के उत्पादों के साथ पशु आहार की प्रदर्शनी भी लगाई गई।यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर तहसीलदार बाल कृष्ण, उप निदेशक (कृषि) ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चैन सिंह गुलेरिया, महासचिव सुरेंद्र शर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष राजिंद्र राजू, कांग्रेस नेता संसार सिंह संसारी, ओबीसी ज़िला अध्यक्ष अश्वनी चौधरी, पंचायती राज प्रकोष्ठ के ज़िला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, कृषि उपनिदेशक डॉ. राहुल कटोच, आतमा के परियोजना निदेशक शशि पाल अत्री, डिविजनल इंजीनियर श्याम सिंह ठाकुर, सीनियर वेटरनरी ऑफिसर, नूरपुर डॉ संजीव राणा, ज्वाली डॉ अंजु व्यास, ज्वालामुखी डॉ गुलशन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, किसान, पंचायत प्रतिनिधि और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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