कौशल विकास एवं उद्यमियता मंत्रालय के तहत क्षेत्रीय कौशल विकास एवं उद्यमयिता निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय अपें्रटिसशिप जागरूकता कार्यशाला आयोजित

उपायुक्त राघव शर्मा ने की राष्ट्रीय अपें्रटिसशिप जागरूकता कार्यशाला की अध्यक्षता

DPLN ( ऊना )
28 मार्च । कौशल विकास एवं उद्यमियता निदेशालय शिमला के माध्यम से ऊना में हमीरपुर व ऊना जिला के युवाओं के लिए एक दिवसीय नेशनल अपे्रंटिसशिप जागरूकता कार्यशाला उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। कार्यशाला में उद्योग संघ टाहलीवाल, मैहतपुर, गगरेट व अंब के अध्यक्ष और उद्योगों यूनिटों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा, श्रम एवं रोजगार विभाग सहित विभिन्न विभागों ने भाग लिया। राघव शर्मा ने बताया कि कार्यशाला आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक युनिटों को सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे नेशनल अपें्रटिसशिप प्रमोशन स्कीम के बारे में अवगत करवाना है।

उन्होंने बताया कि नेशनल अपें्रटिसशिप प्रमोशन स्कीम के तहत भारत सरकार द्वारा निर्माण क्षेत्र मंे कार्य करने वाले कामगारों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि औद्योगिक यूनिट में 30 से ज्यादा कामगार रखने इंडस्ट्री को अप्रेंटिस रखना कानूनी अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में औद्योगिक यूनिटों को उनके कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ ऊना के युवाओं को अलग-अलग टेªडों के तहत टेªनिंग करवाने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया ताकि युवाओं को बेहतर कौशल प्राप्त करके किसी भी औद्योगिक क्षेत्र में अच्छा मानदेय मिल सके। इसके अतिरिक्त टेªंड युवा प्रशिक्षुओं को अन्यों देशों में भी बेहतर रोजगार के अवसर मिलेंगें। उन्होंने औद्योगिक यूनिटों के प्रतिनिधियो तथा उद्योग विभाग ंसे आहवान किया कि ज्यादा से ज्यादा अपें्रटिसशिप सिस्टम को अपनाएं ताकि अधिक से अधिक युवा लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में काफी औद्योगिक यूनिट होने के साथ-साथ भविष्य में नए उद्योग भी स्थापित किए जा रहे हैं जिसके लिए प्रशिक्षित युवाओं का होना जरूरी है।

इससे युवाओं को अपने घरद्वार पर ही रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि कौशल को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरका व केंद्र सरकार दोनो ही प्रयासरत हैं और इस स्किल इंडिया अभियान को सफल बनाने के लिए उद्योगपतियों का अहम योगदान है। उन्होंने संबंधित स्टेक होल्डर से आहवान किया कि वे इस योजना का लाभ लें और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित करें।
राघव शर्मा ने बताया कि नेशलन अपें्रटिसशिप जागरूकता वर्कशाॅप के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे तथा ईको अप्रेंटिसशिप लागू करने में कामयाब होंगे।
क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय कौशल विकास एवं उद्ययमशिलता निदेशालय हिमाचल प्रदेश, जम्मू व लद्दाख एस शांति मनलन ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने अप्रेंटिस योजना के महत्व को बताते हुए कहा कि पूरे भारत में 250 अपें्रटिसशिप जागरूकता कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसी के तहत 7 अपें्रटिसशिप जागरूकता कार्यशालाएं हिमाचल प्रदेश में आयोजित हांेगी जिसमें आज मंगलवार को चैथी अपें्रटिसशिप जागरूकता कार्यशाला ऊना व हमीरपुर जिला के लिए लाल सिंगी में आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि इस वर्कशाॅप का मकसद औद्योगिक युनिटों के साथ-साथ सरकारी व गैर सरकारी संगठनों को अपें्रटिसशिप के प्रति जागरूक करना है ताकि अधिक से अधिक युवाओं को औद्योगिक यूनिटों में अपें्रटिसशिप के माध्यम से बेहतर स्किल लेवल मिले और मानदेय का लाभ प्राप्त कर सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि कार्यशाला मेंसभी औद्योगिक इकाईयों और सरकारी व गैर सरकारी विभागों को राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप पोर्टल पर पंजीरकरण करने को कहा।


इस अवसर पर औद्योगिक विभाग के संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान, सहायक निदेशक आरडीएसडीई एमएल वर्मा, सीएस कपूर, अध्यक्ष मैहतपुर औद्योगिक संगठन, राकेश कौशल, हरोली औद्योगिक संगठन, प्रमोद शर्मा, अध्यक्ष, अंब औद्योगिक संगठन, सुरेश शर्मा, सचिव अंब औद्योगिक संगठन व संजीव सहोत्रा, प्रधानाचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर, महात्मा गांधी नेशनल फैलो शिवानी, सुधांशु और नीशा सहित अन्य उपस्थित रहे।

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