कांगड़ा भूकंप की 118 वीं बरसी पर आपदा प्रबंधन गोष्ठी आयोजित
उपायुक्त डीसी राणा ने की अध्यक्षता
भूकंप रोधी तकनीक से किया जाए भवन निर्माण
DPLN ( चंबा )
4 अप्रैल । उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बेहतर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए भूतकाल में हुई घटनाओं से सीख ले कर लेकर भविष्य की योजना तैयार की जानी चाहिए । वे आज वर्ष 1905 के दौरान कांगड़ा भूकंप की 118 वीं बरसी एवं भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी एवं जागरूकता के लिए बचत भवन में आयोजित एक दिवसीय गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेते हुए बोल रहे थे ।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1905 के दौरान कांगड़ा घाटी में भूकंप त्रासदी से काफी जानमाल का नुकसान हुआ था ।
उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि चंबा ज़िला भूकंप की दृष्टि से अतिसंवेदनशील ज़ोन 5 में शामिल है, ऐसे में जिला वासियों को भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से राहत एवं बचाव से संबंधित सभी पहलुओं का भली-भांति ज्ञान होना आवश्यक है ।
लोगों में जागरूकता और जानकारी गतिविधियों की आवश्यकता पर जोर देते हुए डीसी राणा ने कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान लोग कैसा व्यवहार रखें और क्या करें क्या ना करें इसका भी भलीभांति ज्ञान होना आवश्यक है ।
उन्होंने भूकंप रोधी भवन निर्माण आह्वान करते हुए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन सुनिश्चित बनाने को भी कहा।
इस दौरान संस्था ‘डूअर्स’ के विशेषज्ञ नवनीत यादव ने डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से भूकंप आपदा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा दी ।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, कमांडेंट होमगार्ड अरविंद चौधरी, सहायक आयुक्त मनीष चौधरी, एसडीएम चंबा अरुण शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी अनिल पुरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग राकेश कुमार, जिला राजस्व अधिकारी जगदीश चंद सहित विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।