चिकित्सा क्षेत्र में किए सुधारों के परिणाम एक वर्ष में आएंगे सामने: मुख्यमंत्री

चिकित्सा क्षेत्र में किए सुधारों के परिणाम एक वर्ष में आएंगे सामने: मुख्यमंत्री

DPLN (मंडी )
23 अप्रैल। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला मंडी के देव संस्कृति सदन में आयोजित दो दिवसीय हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन (एचएमओए) के सिल्वर जुबली कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सदैव ही समाज सेवा की दिशा में कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में भी राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कई सुधार किए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम एक वर्ष में सामने आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में राज्य सरकार को चिकित्सक वर्ग और कर्मचारियों का सहयोग चाहिए। आने वाले समय में चिकित्सा विज्ञान तकनीक आधारित हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के चारों चिकित्सा महाविद्यालयों में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्थिक चुनौतियों के बावजूद राज्य सरकार लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में प्रयासरत है। वर्तमान में प्रत्येक हिमाचलवासी पर 92,840 रुपये का कर्ज है। इसके साथ ही कर्मचारियों के वित्तीय लाभ भी देय है लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विकास के लिए धन की कमी आडे़ नहीं आने दी जाएगी।


ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दंत चिकित्सकों के लिए राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के तहत चिकित्सा उपकरणों पर 50 प्रतिशत का उपदान प्रदान करने का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रयास कर रही है। तीन वर्ष में सभी सरकारी विभागों मे ई-वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ-साथ हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की डीजल बसों को चरणबद्ध ढंग से ई-बसों से बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं को ई-बस, ई-टैक्सी, ई-ट्रक और ई-गुड्स कैरियर की खरीद पर 50 प्रतिशत उपदान का प्रावधान किया है। इसके साथ ही 250 किलोवाट से लेकर 2 मेगावाट क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार 40 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान करने जा रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के आत्मसम्मान को अधिमान देते हुए राज्य सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए पुरानी पेंशन बहाल की है।


स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि कोविड काल में चिकित्सकों, पैरा-मेडिकल स्टाफ और आशा कार्यकर्ताओं ने मानवता की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ-साथ कोविड-19 टीकाकरण में भी राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों ने बेहतर कार्य किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रथम बजट की सराहना करते हुए कहा कि इसमें स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है। इससे पूर्व, एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अनुपम बधन ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का कार्यक्रम में पधारने पर स्वागत किया और पुरानी पेंशन बहाल करने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने एसोसिएशन की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन की स्मारिका का विमोचन भी किया।
एसासिएशन ने ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 21 लाख रुपये का चैक भेंट किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया जिसके लिए मुख्यमंत्री ने 25 हजार रुपये देने की घोषणा की।इस अवसर पर विधायक अनिल शर्मा एवं चंद्रशेखर, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर एवं प्रकाश चौधरी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोहन लाल ठाकुर, चंपा ठाकुर, पवन ठाकुर, नरेश चौहान, चेत राम ठाकुर, जीवन ठाकुर, महेश राज, सुरेंद्र पाल ठाकुर, संजीव गुलेरिया, डॉ. पुष्पिंद वर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बैरी, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक सौम्या सांबशिवन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं एसोसिएशन के पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित थे।

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