ऑनलाईन फ्राॅड से बचने के लिए डिजीटल साक्षरता आवश्यक
DPLN ( मण्डी )
1 अक्तूबर। अंतराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के उपलक्ष्य पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग व रेडक्रास सोसाईटी के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को मण्डी में ज़िला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त मण्डी व रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष अरिंन्दम चौधरी मुख्यतिथि के रूप में उपस्थित रहे।इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की थीम ‘बदलती दुनिया में वृद्धजनों का अनुरूपण’ है। वर्ष 2005 से हर वर्ष 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर देश और समाज के विकास में वरिष्ठ नागरिकों के योगदान की सराहना करते हुए उपायुक्त ने कहा कि बुजुर्गों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से ही जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए बुजुर्गों का आशीर्वाद और मार्गदर्शन सर्वोपरि होता है। इनके सम्मान में हर वर्ष पहली अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाता है। उपायुक्त ने कहा कि हर समाज अपनी नई पीढ़ी को बुजुर्गों का सम्मान और आदर करना सिखाता है। इस बेहतरीन संबंध को पीढ़ी दर पीढ़ी बनाए रखा जाना चाहिए। अरिन्दम चौधरी ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज का आधार है। वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों से हम सब अपने जीवन को और बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग उम्र के इस पड़ाव पर भी समाज व देश के निर्माण में अपने अनुभवो से महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित सभी वरिष्ठ नागरिकों को डिजिटल साक्षरता से भी अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में बुजुर्गों को डिजिटल साक्षरता होना आवश्यक है ताकि वे किसी भी प्रकार के ऑनलाईन फ्राॅड से बच सके।उन्होंने सभी वृद्धजनों को संतुलित आहार लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा वृद्धावस्था के समय स्वस्थ व संतुलित आहार लेना आवश्यक है। अच्छा आहार ही अच्छी सेहत का आधार है। इसके साथ ही उन्होंने सभी वृद्धजनों से नियमित तौर पर स्वास्थ्य जांच करवाने का भी आग्रह किया, जिससे वे स्वस्थ जीवन जी सके तथा समय रहते किसी भी प्रकार के रोग से बच सकें। अरिन्दम चौधरी ने कहा कि मण्डी में अतुलनीय सक्रिय सामाजिक जीवन जुड़ाव देखने को मिलता है। यहाँ प्रत्येक सभी छोटे बड़े नागरिक प्रत्येक मेले, त्योहार, सामाजिक कार्यक्रम व अन्य समारोह बहुत ही मिलजुल कर मनाते हैं। यह एक अनूठी संस्कृति है और इस तरह का मेल-मिलाप अन्य स्थानों में बेहद कम देखने को मिलता है। मण्डी इसका एक अनूठा उदाहरण है तथा सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बुजुर्गों की देखभाल, स्वास्थ्य व सामाजिक सुरक्षा सम्बधी बहुत सी योजनाएं चलाई हैं तथा प्रशासन माननीय मुख्यमंत्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार वृद्धजनों के जीवन को अच्छा व उन्हें प्रत्येक सहुलियत देने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहा है।इससे पहले ज़िला कल्याण अधिकारी समीर ने मुख्यतिथि का स्वागत किया तथा शाॅल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने उपस्थित अन्य अधिकारियों तथा वरिष्ठ नागरिकों का स्वागत भी किया और बुजुर्गों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी एनआर ठाकुर ने पौष्टिक आहार व सुखाश्रय योजना व आयुर्वेद विभाग की ओर से डॉ सचिन ने स्वस्थ वृद्धावस्था ओर बढ़ने पर विस्तृत जानकारी दी। वरिष्ठ नागरिक परिषद के महासचिव तेज सिंह ने भी उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया।इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया।समारोह में वरिष्ठ नागरिकों के मनोरंजन के लिए खेलों का भी आयोजन किया गया। इसमें म्यूजिकल चेयर और क्रेजी बाॅल खेलें शामिल रहीं। खेलों में विजेता रहे प्रतिभागियों को अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम मण्डी मनोज कुमार द्वारा सम्मानित किया गया।इस अवसर पर समाजसेवी सुरेश गुप्ता ने भी मुख्यतिथि, अन्य अधिकारियों तथा वरिष्ठ नागरिकों को शॉल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया।समारोह में अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम मण्डी मनोज कुमार, रेडक्रास सोसाईटी मण्डी सचिव ओपी भाटिया, आयुर्वेद विभाग से डाॅ. सचिन अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक भी उपस्थित थे।