ग्राम पंचायत ममेल, खादरा, स्वामाहूं व कलाशन के स्वयंसेवी ले रहे है इसमें भाग
डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (मंडी )
23 सितम्बर। आपदा जोखिम न्यूनीकरण व आपदा जोखिम से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के सौजन्य से करसोग में समर्थ कार्यक्रम के अन्तर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्याशाला एसडीएम करसोग राजकुमार की अध्यक्षता में शुरू हुई। 25 सितंबर, 2024 तक चलने वाली इस प्रशिक्षण कार्याशाला में ग्राम पंचायत ममेल, खादरा, स्वामाहूं और कलाशन में गठित आपदा प्रबंधन टास्क फोर्स के लगभग 60 स्वयंसेवी भाग ले रहे है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन एसडीएम ने कहा कि प्रशिक्षण और जागरूकता से ही प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम कर, इससे बचा जा सकता है। जिसके लिए हम सभी का जागरूक होना आवशयक है।
उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्दे्श्य ऐसे युवा स्वयंसेवकों की टास्क फोर्स तैयार करना है जो आपदा के दौरान अपना संपूर्ण सहयोग प्रदान कर भूकम्प, भूस्खलन जैसी विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं के चुनौतीपूर्ण समय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर आपदा से होने वाले जानमाल के नुकसान को कम करने में अपनी भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा कि भूकंप, भूस्खलन, बाढ़, बादल फटना, आगजनी आदि किसी भी प्रकार कि आपदा की स्थिति में 1077 पर संपर्क स्थापित करके प्रशासन को तुरंत सूचित किया जाना चाहिए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला आपदा प्राधिकरण मंडी से जिला समन्वयक अमरजीत सिंह ने इस कार्याशाला में आपदा प्रबंधन के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा इस कार्याशाला का आयोजन आपदा प्रबंधन को लेकर लोगों को संवेदनशील बनाने और आपदा के समय बचाव से जुड़ी तैयारियों को लेकर लोगों को शिक्षित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित स्वयंसेवियों को जलभराव, भूस्खलन, बाढ़ व आगजनी के समय बरती जाने वाली विभिन्न सावधानियों व किसी भी आपदा के दौरान तुरंत प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान की।
इस दौरान स्वयंसेवियों को सुरक्षित व भूकंपरोधी भवन निर्माण के अतिरिक्त आपदा के समय प्रथम उपचार के बारे में भी जानकारी प्रदान की। जिसमें सीपीआर अभ्यास, पट्टी बांधना, सांप के काटने पर दिया जाने वाला प्रथम उपचार आदि का अभ्यास करवाया गया।