प्रधानाचार्यों और अधीक्षकों ने सीखी जेम पोर्टल की कार्यप्रणाली
डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (हमीरपुर)
23 सितंबर। जिला के सीनियर सेकेंडरी और हाई स्कूलों के प्रमुखों और अन्य अधिकारियों को गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस यानि जीईएम (जेम) पोर्टल की कार्यप्रणाली और इसके माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों एवं उपक्रमों द्वारा सामान की खरीद की प्रक्रिया से अवगत करवाने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग ने सोमवार को यहां शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा स्मारक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हमीरपुर में एक कार्यशाला आयोजित की।
कार्यशाला के उदघाटन सत्र में एसपी भगत सिंह ठाकुर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने जिला में नशे की समस्या के उन्मूलन, रैगिंग, पोक्सो एक्ट और युवाओं से संबंधित अन्य ज्वलंत मुद्दों पर स्कूल प्रमुखों के साथ व्यापक चर्चा की।
इस अवसर पर उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक अनिल कौशल ने एसपी, अन्य अधिकारियों तथा सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से जेम पोर्टल की कार्यप्रणाली को गंभीरता एवं गहराई के साथ समझने की अपील की। उन्होंने कहा कि संस्थान के स्तर पर होने वाले सभी तरह के सामान की खरीद इसी पोर्टल के माध्यम से की जानी चाहिए। उन्होंने स्कूल प्रमुखों से नशे की समस्या के उन्मूलन में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन धीरज कुमार और रवि कुमार ने स्कूल प्रधानाचार्यों, अधीक्षकांे और अन्य अधिकारियों को जेम पोर्टल की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि विभिन्न सरकारी विभागों, संस्थानों और सार्वजनिक उपक्रमों में सामान्य उपयोग के सामान और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद के लिए जेम एक बहुत ही अच्छा माध्यम है। इससे सरकारी खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता, दक्षता और तत्परता सुनिश्चित होती है तथा संबंधित विभागों, संस्थानों या सार्वजनिक उपक्रमों के लिए भी यह पोर्टल बहुत ही सुविधाजनक साबित हो रहा है।
नशे के खात्मे के लिए चार स्तरीय रणनीति पर कार्य करेगी जिला पुलिस
ड्रग फ्री हिमाचल ऐप पर शिकायत करने वाले की जानकारी रखी जाती है गुप्त
कार्यशाला के उदघाटन सत्र में एसपी भगत सिंह ने कहा कि जिला हमीरपुर में नशे की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है और युवा पीढ़ी इसके जाल में फंस रही है। एसपी ने बताया कि इसके खात्मे के लिए जिला पुलिस चार स्तरीय रणनीति पर कार्य करेगी। इसमें शिक्षकों, पंचायत जनप्रतिनिधियों और समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। एसपी ने कहा कि पुलिस की इस रणनीति के क्रियान्वयन में शिक्षकों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक सभी बच्चों के साथ लगातार संवाद करते रहते हैं तथा उन्हें अपने हर विद्यार्थी की पूरी जानकारी रहती है। नशे के उन्मूलन के लिए शिक्षकों और अभिभावकों सहित प्रत्येक नागरिक को आगे आना चाहिए। एसपी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल को नशामुक्त बनाने के लिए एक नीति भी अधिसूचित की है। जिस पर तेजी से कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल पुलिस ने ड्रग फ्री हिमाचल ऐप लांच किया है। इस ऐप पर शिकायत करने वाले का नाम व अन्य सभी जानकारियां गोपनीय रखी जाती हैं। एसपी ने इस ऐप पर नशे के सौदागर की शिकायत करने की अपील भी की।