अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला प्रशासन का अनूठा आयोजन

बेटियों को जागरूक करने के लिए करवाई महिला अचिवर की पैनल चर्चा

जिला प्रशासन ने देई-2024 के अन्तर्गत किया गया था कार्यक्रम आयोजित

महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से आएगी लैंगिक समानताः ए. शैनामोल

डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ ( मंडी ) 11 अक्तूबर।
अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर संस्कृति सदन मंडी में महिला एवं बाल विकास विभाग मंडी द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से देई-2024 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लड़के और लड़कियों में लैंगिक समानता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए, लड़कियों के लिए सामाजिक चुनौतियों और अवसरों की जानकारी प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने अनूठी पहल करते हुए महिला अचिवर की पैनल चर्चा आयोजित करवाई। कार्यक्रम को मनोरंजक और उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए रस्साकशी, नारा लेखन, चित्रकला, जस्ट ए मिनट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वहीं बच्चों के लिए बच्चों द्वारा विभिन्न फम गेम का भी आयोजन किया गया। जस्ट ए मिनट प्रतियोगिता में बेटियों को जीवन में आने वाली चुनौतियों से पार पाने के लिए दिए गए विषय पर एक मिनट में अपने विचार रखने थे। विभिन्न प्रतियोगिताओं में जिला मुख्यालय के स्कूलों की छात्राओं और छात्रों ने तथा जिला के महाविद्यालयों की छात्राओं ने भाग लिया। पैनल चर्चा में भाग लेते हुए महिला अचिवर डॉ पिंकी हरयान, अन्तरराष्ट्रीय स्कीयर आंचल ठाकुर, उद्यमी अंशुल मल्होत्रा, फिल्म निर्माता डॉ देव कन्या ठाकुर, आईआईटी मंडी की प्रो0 आरती कश्यप और एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी ने बेटियों को मुश्किलों को पार कर आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्योें को अर्जित करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडलायुक्त मंडी ए. शैनामोल ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से ही समाज में लैंगिक समानता आएगी। आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लड़कियों का पढ़ना जरूरी है। उन्होंने लडकियो से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान करते हुए कहा कि वह समय का सदु‌पयोग करके खूब पढ़ाई करें और आर्थिक स्वावलम्बी बने। स्कूल इसलिए न जाएं कि मुझे स्कूल जाना है बल्कि इस लिए जाएं कि मुझे कुछ बनना है। आर्थिक रूप से आजाद होना है किसी पर निर्भर नहीं रहना है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभिभावक जो अपनी लड़कियों को उच्च शिक्षा के बजाए 10वीं या 10+2 की पढ़ाई के वाद उनका विवाह करवाना चाहते हैं, ऐसे अभिभावको की काउंसलिंग करके उन्हें लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए।

यह रहे विजेता

चित्रकला प्रतियोगिता में कॉलेज वर्ग में पहला स्थान वल्लभ कॉलेज मंडी की छात्रा प्रोमिला ने प्रथम, एएमएलएकएम सुन्दरनगर की आंकाक्षा ने दूसरा तथा राजकीय महाविद्यालय कोटली की भारती देवी और वल्लभ कॉलेज मंडी की वर्षा ने तीसरे स्थान पर रहीं। इसी प्रतियोगिता के स्कूल वर्ग में जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह के तंजिन ने प्रथम, गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल मंडी की भूमिका ने दूसरा तथा जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह के युवराज और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगला की गीतांजली ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
नारा लेखन में कॉलेज वर्ग में प्रथम स्थान एमएलएसएम सुंदरनगर इश्वी ने प्रथम, बल्लभ कॉलेज की स्मृति ने दूसरा और राजकीय महाविद्यालय बासा गोहर की पायल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।स्कूल वर्ग में एसवीएम वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मंडी की अर्चना ने प्रथम, ऑकबुड स्कूल की जानवी और एचपीआइसीएसए की इतिका ने दूसरा और द फिनिक्स स्कूल बाहरा की तन्वी पटयाल और पीएम श्री राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मंडी की शाहीन प्रवीन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
जस्ट ए मिनट प्रतियोगिता के कॉलेज वर्ग में प्रथम एमएलएसएम सुंदरनगर की पूजा ने प्रथम वीजीसी मंडी की शिवांगी ने दूसरा और एमएलएस की दीपशिखा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। स्कूल वर्ग में एचपीआइसीएसए की सृष्टि ने प्रथम, ऑकवुड स्कूल की देवश्री ने दूसरा और अहाना ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
रस्साकशी प्रतियोगिता में जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह ने प्रथम, सेंट जेवियर कान्वेंट स्कूल मंडी ने दूसरा और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने सभी स्कूलों को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए धन्यवाद किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर, जिला विकास अधिकारी गोपी चंद पाठक जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार बदरेल, जिला कल्याण अधिकारी समीर सहित सीडीपीओ और विभिन्न स्कूलों के अध्यापक उपस्थित रहे।

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