धर्मपुर के सज्याओ पिपलू में आयोजित 71वां अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह समारोह
डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ ( धर्मपुर/मंडी)
17 नवंबर ।राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सज्याओ पिपलू में आज 71वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का भव्य आयोजन किया गया जिसमें धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंद्रशेखर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। मुख्यातिथी ने सहकार झंडा फहराकर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की ।
मुख्यातिथि को सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं द्वारा शॉल-टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया।विधायक चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में सहकारी आंदोलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि सहकारी समितियां ग्रामीण और शहरी विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने सहकारिता के माध्यम से स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
तथा बताया कि सहकारिता की बुनियाद हिमाचल प्रदेश में ऊंना जिला में रखी गई जिसका पूरा क्रेडिट स्वर्गीय हीरा लाल जी को जाता है।उन्होंने कहा कि सहकारिता एक ऐसा माध्यम है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकते हैं और सामूहिक भागीदारी से समाज को मजबूत किया जा सकता है।
उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार सहकारिता के क्षेत्र को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से प्रतिबद्ध है । सोलर एनर्जी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है। प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन व उसके समर्थन मूल्य को बढ़ा रही है। सरकारी क्षेत्र के कर्मचारियों को ओपीएस दी गई है । प्रदेश सरकार प्रदेश में चौमुखी विकास के लिए वचनबद्ध है।
चंद्रशेखर ने बताया कि सहकारिता के क्षेत्र में लोगों विशेषरूप युवाओं को आगे ले जाने के लिए धर्मपुर विस क्षेत्र के सयोह में कॉमन फेसिलिटी सेंटर का काम 5 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा है। जिसमें बांस के उत्पादों पर काम किया जा रहा है। आज इस सेंटर द्वारा लगभग 60 युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है जिसमें हर युवक को 7500 रुपए महीने के हिसाब से वेतन भी दिया जा रहा है तथा प्रयास किए जा रहे हैं कि भविष्य में कॉमन फेसिलिटी सेंटर के माध्यम से 200 से 300 और लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके।समारोह में सहकारी समितियों के विस्तार और उनके प्रभाव को बढ़ाने के लिए नई योजनाओं की भी घोषणा की गई। विधायक चंद्रशेखर ने वायदा किया कि क्षेत्र में सहकारिता को सुदृढ़ बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम की मुख्य थीम ” सहकारी उद्यमों का परिवर्तन”-
सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं (मंडी) विक्रमजीत ने कहाकि कि समारोह की मुख्य थीम “सहकारी उद्यमों का परिवर्तन” रखी गई है। बताया कि मंडी जिला में वर्तमान में 716 सहकारी संस्थाएं पंजीकृत है जिनमें से 238 प्राथमिक कृषि सहकारी सभाएं, 77 प्राथमिक सहकारी भण्डार, 223 दुग्ध उत्पादक सहकारी सभाएं एवं 25 ऋण व बचत सहकारी सभाएं गठित है। इसके अतिरिक्त एक शहरी सहकारी बैंक तथा 43 बुनकर सहकारी सभाएं, 03 अकृषक सभाएं कार्यरत है। आज 716 सहकारी सभाओं में कुल सदस्यता 2,07,768 है । ओर 66, 318.64 लाख रुपए की कार्यशील पूजी है तथा 3947.690 लाख रुपए का भागधन है।
सहकारी क्षेत्र की उपलब्धियां-
समारोह में विभिन्न सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों ने अपनी उपलब्धियां प्रस्तुत कीं। इस अवसर पर सहकारी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया।
स्थानीय स्कूल की बच्चियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहीं। विधायक ने इन बच्चियों को 5100 रुपए तथा की सी. डी. साख सहकारी समिति की सदस्यों को भी उनकी प्रस्तुति के लिए 2100 रुपये की राशि देने की घोषणा की ।
सम्मानित –
कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जिला स्तर पर “AA” वर्ग में पहला इनाम लोवर संदोल सहकारी सेवा समिति। “A” वर्ग में पहला इमाम मछिंद्रनाथ कृषि सहकारी सेवा ।”B” वर्ग में पहला इमाम स्लाप्ड सहकारी सभा ,सुंदरनगर।”C” वर्ग में पहला इमाम पीहड कृषि सहकारी सेवा समिति, चोतड़ा ब्लॉक को दिया गया।विशेष पुरस्कारों की सूची में द सी. डी. सेवा सहकारी समिति को बैंक को बैंकिंग के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।सुकेत सीने सेवा सहकारी समिति को बहुउद्देश्य काम के लिए।बतोहता सेवा सहकारी समिति को सोलर पॉवर प्लांट के लिए सम्मानित किया ।
इस अवसर पर उप – पंजीयक सहकारी सभाएं मंडी कमलेश कुमार, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं मंडी बिक्रमजीत , जिला अकेक्षण अधिकारी ओम चंद वर्मा, जिला निरीक्षक वीरेंद्र सिंह गुलेरिया और विभिन्न सहकारी सभाओं के प्रतिनिधि और साथ में धर्मपुर की विभिन्न पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।