घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपये की पेयजल एवं सिंचाई परियोजनाएं – राजेश धर्माणी

घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपये की पेयजल एवं सिंचाई परियोजनाएं – राजेश धर्माणी

डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (बिलासपुर )
16 दिसम्बर। नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने सोमवार को मल्यावर भटोली के पास गोविंद सागर झील के किनारे बने इंटेक और ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने औहर में निर्माणाधीन टूरिज्म कॉम्प्लेक्स का भी दौरा किया।

इस अवसर पर उन्होंने बताया कि घुमारवीं क्षेत्र में 4 बड़ी जल योजनाओं और सिंचाई परियोजना का कार्य प्रगति पर है, जिन पर कुल 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। ये परियोजनाएं क्षेत्र की जल संकट और सिंचाई संबंधी समस्याओं को स्थायी रूप से हल करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।

इन परियोजनाओं में शामिल हैं:

  1. भटोली से मल्यावर-त्यूण खास के लिए पेयजल योजना:
    यह योजना मल्यावर और त्यूण खास क्षेत्र में बेहतर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करेगी।
  2. भटोली से करलोटी-कपाहड़ा के लिए पेयजल योजना:
    इस योजना के तहत भटोली से जल आपूर्ति करलोटी और कपाहड़ा क्षेत्र में की जाएगी, जो वर्तमान में जल संकट से जूझ रहे हैं।
  3. नगर परिषद घुमारवीं के लिए नाल्टी के समीप जल स्रोत से पेयजल योजना:
    घुमारवीं नगर परिषद क्षेत्र में जलापूर्ति सुधारने के लिए यह योजना तैयार की गई है।
  4. सिंचाई योजना:
    यह योजना औहर, रांईयां, पल्थी, सेपड़ा, मझौण, मझासू और नाल्टी क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी। इसका जल स्रोत कंदरौर पुल के पास स्थित है।

प्रमुख लाभ:

जल संकट का समाधान: इन योजनाओं के माध्यम से कपाहड़ा, करलोटी, भराड़ी, त्यूण खास, रोपा फटोह, हवाण, तल्याणा और मल्यावर जैसे क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

कृषि क्षेत्र को बढ़ावा: मल्यावर क्षेत्र में विकसित की जा रही सिंचाई योजना से किसानों को पर्याप्त जल की आपूर्ति होगी, जिससे उनकी पैदावार में वृद्धि होगी।

संचालन व्यय में कमी: इन योजनाओं का इंटेक एक ही स्थान पर बनाया गया है, जिससे संचालन व्यय में कमी आएगी और प्रबंधन अधिक सरल व प्रभावी होगा।

परियोजनाओं की समय सीमा:

सरकार का लक्ष्य है कि इन परियोजनाओं को 31 मार्च 2025 तक पूर्ण कर जनता को समर्पित कर दिया जाए।

सरकार की प्राथमिकता:

मंत्री धर्माणी ने कहा कि इन परियोजनाओं से जहां एक ओर क्षेत्रवासियों को पेयजल संकट से राहत मिलेगी, वहीं सिंचाई सुविधा मिलने से किसानों की आय और उत्पादकता में वृद्धि होगी। इससे घुमारवीं क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा।

अधिकारियों को निर्देश:

मंत्री ने संबंधित विभागों और अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार क्षेत्र के विकास और लोगों की बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

लक्ष्य और योजनाएं:

मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रवासियों को स्थायी समाधान देना है। सरकार की दीर्घकालिक योजना है कि हर गांव और कस्बे में जल और सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों। इसके साथ ही क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।

भविष्य की योजनाएं:

मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के बाद, सरकार अन्य पिछड़े क्षेत्रों में भी इसी प्रकार की परियोजनाओं को लागू करेगी।

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