जिला के 4655 दिव्यांगजनों को दिव्यांग राहत भत्ता के रूप में वित्त वर्ष के दौरान 76 लाख से अधिक की राशि वितरित
डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (बिलासपुर )
7 जनवरी । जिला रेड क्रॉस सोसाइटी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, और एलिम्को द्वारा बिलासपुर के किसान भवन में एक दिवसीय निशुल्क सहायता उपकरण शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के नगर नियोजक, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने सदर और नैना देवी उपमंडल के 140 पात्र दिव्यांगजनों को एडिप और राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत सहायक उपकरण वितरित किए। इनमें व्हीलचेयर, कान की मशीन, और विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए मोबाइल फोन सहित अन्य उपकरण शामिल थे।मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में शामिल करने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में 4655 दिव्यांगजनों को दिव्यांग राहत भत्ता के रूप में वित्त वर्ष के दौरान 76 लाख 12,000 रुपए वितरित किए गए, जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजनों को 1710 रुपए प्रति माह और 70 प्रतिशत से कम दिव्यांगजनों को 1150 रुपए प्रति माह प्रदान किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना के तहत 159 छात्रों को 17,21,000 रुपए वितरित किए गए हैं। साथ ही, विवाह अनुदान योजना के अंतर्गत 16 लाभार्थियों को भी सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना अनाथ बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा, “प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में शामिल करने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांगजनों को हरसंभव सहायता मिले और वे आत्मनिर्भर बन सकें।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के पिछड़े और जरूरतमंद वर्गों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई हैं, जिनमें विशेष रूप से मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शामिल है। इसके तहत अनाथ बच्चों को प्रदेश सरकार ने गोद लिया है और इन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल, कोऑपरेटिव बैंक बोर्ड के डायरेक्टर सुनील शर्मा, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य कमलेंद्र कश्यप, और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य जितेंद्र चंदेल उपस्थित रहे। इस आयोजन में दिव्यांगजनों और उनके परिजनों ने सरकार की इस पहल की सराहना की और इसे एक प्रशंसनीय कदम बताया।