ज़िला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित
DPLN (सोलन )
15 अगस्त।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मन्त्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रभावितों का पुनर्वास तथा राज्य का आर्थिक उत्थान प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। डाॅ. शांडिल आज देश की स्वतन्त्रता की 77वीं वर्षगांठ पर सोलन ज़िला के एतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित ज़िला स्तरीय स्वतन्त्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे।
डाॅ. शांडिल ने इससे पूर्व शहीद स्मारक पर कृतज्ञ प्रदेशवासियों एवं ज़िलावासियों की ओर से देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने भी इस अवसर पर सभी की ओर से असंख्य वीरों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
स्वास्थ्य मंत्री ने तदोपरांत ठोडो मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया, परेड का निरीक्षण किया तथा सलामी ली। पुलिस उप निरीक्षक पंकज संधू ने परेड का नेतृत्व किया। डाॅ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश इस वर्ष अत्यंत विराट प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है। इस कारण भारी बहुमूल्य मानवीय क्षति के साथ-साथ व्यापक स्तर पर नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार प्रभावितों के साथ है और उनका पुनर्वास तथा प्रदेश की आर्थिकी को पुनः गति प्रदान करना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संवेदशील नेतृत्व में प्रदेश सरकार आपदा प्रभावितों के पुनर्वास को समयबद्ध सुनिश्चित बना रही है। उन्होंने कहा कि गत सांय आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों तक समय पर सहायता पहंुचाने के लिए उच्च क्षमता युक्त उपकरणों की खरीद के लिए 30 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
उन्होंने कहा कि जन-जन की सुरक्षा प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है और लाहौल-स्पीति ज़िला की चन्द्रताल झील के समीप फंसे लगभग 300 पर्यटकों एवं अन्य को बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की अगुवाई में सुरक्षित निकाला गया है वह राज्य सरकार की कार्य कुशलता का अनुपम उदाहरण है।
स्वास्थ्य मंत्री कहा कि प्रदेश में हुई मानवीय क्षति एवं आपदा के दृष्टिगत इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अनाथ बच्चों के वर्तमान और भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए सुखाश्रय योजना आरम्भ की है और इन बच्चों को चिल्ड्रन आॅफ स्टेट का दर्जा दिया है। योजना के तहत प्रदेश का प्रथम सुखाश्रय भवन कांगड़ा ज़िला के ज्वालामुखी में निर्मित किया जा रहा है। इसके निर्माण पर 90 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
डाॅ. शांडिल ने कहा कि विधवाओं और एकल नारियों के लिए मुख्यमन्त्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना शुरू की गई है। योजना के तहत इस वर्ष 7 हज़ार ऐसी महिलाओं को मकान बनाने के लिए प्रति महिला डेढ़ लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर बल दे रही है। अभी हाल ही में 36 स्वास्थ्य संस्थानों में 157 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। सोलन के कथेड़ में 100 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन बहु विशेषज्ञ अस्पताल पर्यटकों के साथ-साथ सोलन, सिरमौर और शिमला ज़िला के लोगों के लिए संजीवनी सिद्ध होगा।
डाॅ. शांडिल ने सभी से आग्रह किया कि प्रदेश में इस आपदा काल में एकजुट होकर समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि प्रदेश सरकार विकास की गति को धीमा नहीं होने देगी और संसाधन सृजन पर विशेष बल दिया जाएगा।
नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर 07 की आदर्श नगर कल्याण सभा द्वारा इस अवसर पर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 21 हजार रुपये का चैक भेंट किया गया। इस अवसर पर उपमण्डल स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, नगर निगम सोलन के उप महापौर राजीव कौड़ा, पार्षदगण, ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिन्द्रा बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर, प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के निदेशक जतिन साहनी, खण्ड कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष अंकुश सूद, जगमोहन मल्होत्रा, मोहन मेहता, रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनीश धीर, अजय कंवर, लोकेन्द्र शर्मा, कांग्रेस तथा युवा कांग्रेस के पदाधिकारी, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, नगर निगम सोलन के आयुक्त ज़फ़र इकबाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, उप पुलिस अधीक्षक भीष्म ठाकुर तथा अनिल धोल्टा, अन्य वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।