डीसी ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे बच्चों का किया मार्गदर्शन

सामर्थ्य कार्यक्रम के तहत राजकीय कॉलेज अम्ब में काउंसलिंग सत्र आयोजित

डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (ऊना ) 27 अगस्त। ऊना जिला प्रशासन की खास पहल ‘सामर्थ्य‘ कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्ब में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रही छात्राओं के लिए विशेष काउंसलिंग सत्र आयोजित किया गया।

इसमें उपायुक्त जतिन लाल ने छात्राओं का सिविल सेवा परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने के महत्वपूर्ण टिप्स देकर उनका मार्गदर्शन किया। इस सत्र में लगभग 300 छात्राओं ने भाग लिया।
जतिन लाल ने छात्राओं को विषय चयन, सिलेबस की जानकारी देने के अलावा उनसे अपने अनुभव साझा करते हुए मनोबल बढ़ाया। उपायुक्त ने छात्राओं की परीक्षा से जुड़ी जिज्ञासाओं-शंकाओं का समाधान भी किया। उन्होंने युवाओं से सफलता के लिए सही दिशा में, सही दृष्टिकोण से पूरे उत्साह के साथ लगातार समर्पित प्रयास जारी रखने का आह्वान किया ।
कार्यक्रम के उपरांत जतिन लाल ने बताया कि ऊना जिला प्रशासन सामर्थ्य कार्यक्रम के तहत युवाओं एवं महिलाओं के कल्याण व उत्थान को लेकर मुख्यतः 6 घटकों पर काम कर रहा है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर युवाओं का मार्गदर्शन करना भी शामिल है। इसमें यूपीएससी, एचपीपीएससी सिविल सेवा परीक्षा समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने से जुड़े हर पहलू को लेकर युवाओं का मार्गदर्शन करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि युवाओं को इन प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर कई चीजों की जानकारी नहीं होती जिसके चलते उन्हें कई प्रकार की दुविधाओं-दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परीक्षा के विषयों से लेकर किताबों तक के बारे में सही जानकारी के अभाव में यहां वहां भटकना पड़ता है। हमारी कोशिश है कि उनकी समस्याएं सुनकर समाधान किया जाए। उनके वित्तीय दिक्कतों से लेकर मानसिक परेशानियों तक में मदद की जाए। इसके लिए सामर्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रयास किए जा रहे हैं।
गरीब बच्चियों को उच्च शिक्षा में 2 लाख तक की आर्थिक मदद
उपायुक्त ने सामर्थ्य योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की पात्र लड़कियों को उच्च शिक्षा में सहायता की पहल की गई है। इसमें जिला प्रशासन ने गरीब परिवारों की 25 जरूरतमंद लड़कियों की पढ़ाई का खर्च उठाने का निर्णय लिया है। इसके लिए केवल वही लड़कियां पात्र होंगी जिनके पिता गुजर गए हों या 70 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग हों। आवेदक ऊना जिले की निवासी होनी चाहिए, उन्होंने किसी अन्य योजना का लाभ न लिया हो तथा उनके परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रुपये या इससे कम होनी चाहिए। चयनित लड़कियों को उनकी डिग्री या उच्च शिक्षा के लिए 2 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। पहले चरण में 25 लड़कियों का चयन उनके अंक और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाएगा।
युवाओं की ‘सामर्थ्य’ वृद्धि को समर्पित प्रयास
जतिन लाल ने सामर्थ्य कार्यक्रम के मुख्य छः घटकों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें – फिटनेस, प्रतिस्पर्धात्मकता, कला एवं संस्कृति, उद्यमिता, जागरूकता एवं नियंत्रण और सामाजिक मूल्यों के संवर्धन पर फोकस किया गया है। पहले घटक फिटनेस के तहत, युवाओं को नशे से बचाने और उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने के मकसद से पंचायत स्तर पर ओपन जिम्नेजियम, खेल के मैदान, योग कोर्ट और सामुदायिक खेल आयोजनों पर बल दिया जाएगा। दूसरे घटक प्रतिस्पर्धात्मकता के अंतर्गत, बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना शामिल है, जिसमें यूपीएससी कोचिंग, उच्च अध्ययन छात्रवृत्ति, पठन कक्ष और सेना प्रवेश परीक्षा की तैयारी में सहायता की जाएगी। तीसरे घटक कला एवं संस्कृति में कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए शिल्प, संस्कृति केंद्र, महोत्सव, उत्सव, सांस्कृतिक दौरे और भाषा पाठ्यक्रमों पर फोकस किया जाएगा। चौथे घटक उद्यमिता के तहत, आजीविका केंद्र, नौकरी मेले, स्वयं सहायता समूह सहयोग और कृषि आधुनिकीकरण पर बल दिया जाएगा। पाँचवे घटक जागरूकता और नियंत्रण में, नशा मुक्ति अभियान, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण और कुपोषण उन्मूलन पर काम किया जाएगा। छठे घटक सामाजिक मूल्य संवर्धन के तहत, महिला सशक्तिकरण, मूल्यपरक शिक्षा कैंप, रक्तदान शिविर और सामुदायिक सेवा गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य दर्शन कुमार, उप प्रधानाचार्य रेखा शर्मा, कॉजेल स्टाफ सहित विद्यार्थीगण मौजूद रहे।

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