बिलासपुर में हर चप्पे पर होगी पुलिस की नजर, 335 सीसीटीवी कैमरों से अपराधों पर अंकुश और सुरक्षा व्यवस्था को मिलेगा नया आयाम
डेली पब्लिक लाइव न्यूज़ (बिलासपुर)
26 दिसंबर। बिलासपुर में सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए प्रशासन ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। अब शहर की हर गली और प्रमुख मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होगी, जिससे नागरिकों की सुरक्षा को उच्चतम स्तर तक पहुंचाया जाएगा। प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद इस महीने से शहर में 335 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो शहर से लेकर मंडी भराड़ी पुल तक इंस्टॉल होंगे।
यह पहल न केवल अपराधों को नियंत्रित करने के लिए बल्कि शहर में सुरक्षा के माहौल को सुधारने के लिए भी महत्वपूर्ण है। 85 स्थान पहले ही चिह्नित कर लिए गए हैं, जहां पर कैमरे लगाए जाएंगे।
योजना के प्रमुख बिंदु:
- सुरक्षा की बेहतर निगरानी:
बिलासपुर शहर के हर चप्पे पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए 335 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
कैमरे शहर से लेकर मंडी भराड़ी पुल तक के मुख्य मार्गों और क्षेत्रों को कवर करेंगे।
85 स्थान पहले से चिह्नित किए गए हैं, जहां ये कैमरे लगाए जाएंगे।
इन कैमरों से शहर के भीतरी इलाकों और मुख्य मार्गों की निगरानी बढ़ेगी, जिससे लोगों को सुरक्षा का अहसास होगा।
- नशा माफिया और असामाजिक तत्वों पर निगरानी:
इस पहल के जरिए नशा माफियाओं और असामाजिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
कैमरों की मदद से त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी, जिससे शहर में अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा।
यह योजना न केवल अपराध रोकने में मदद करेगी बल्कि नशा तस्करी और असामाजिक गतिविधियों की पहचान और समाप्ति में भी अहम भूमिका निभाएगी।
- कंट्रोल रूम की स्थापना:
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में सीसीटीवी कैमरों के लाइव फुटेज की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
यहां पुलिस अधिकारी सीसीटीवी कैमरों से प्राप्त लाइव फुटेज की समीक्षा करेंगे, और अगर कोई संदिग्ध गतिविधि होती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम त्वरित निर्णय लेने में मदद करेगा और सुनिश्चित करेगा कि कोई भी अपराध या अव्यवस्था तुरंत पकड़ी जाए।
- आर्थिक निवेश और लाभ:
इस योजना में 2.63 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जो इस पहल के लिए प्रशासन ने मंजूरी दी है।
इन कैमरों से शहर में सुरक्षा बढ़ने के साथ-साथ नागरिकों का विश्वास भी बढ़ेगा।
2025 तक इस पूरे प्रोजेक्ट को लागू करने का लक्ष्य है, जिससे बिलासपुर शहर, घुमारवीं और पंजाब से सटे बॉर्डर क्षेत्रों में भी कैमरे लगाए जाएंगे।
- सर्वे और इंस्टॉलेशन प्रक्रिया:
कैमरे इंस्टॉल करने से पहले एक अंतिम सर्वे किया जाएगा, जिसमें ये तय किया जाएगा कि कैमरों को विद्युत कनेक्शन कहां से दिए जाएंगे।
इसके बाद कैमरे लगाए जाएंगे और सुनिश्चित किया जाएगा कि नेटवर्क सभी क्षेत्रों में पूरी तरह से काम करे।
- मूल उद्देश्य:
इस योजना का मुख्य उद्देश्य न केवल अपराधों पर रोक लगाना है बल्कि अपराधियों की पहचान करना और उनसे निपटने के लिए कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करना भी है।
यह योजना नागरिकों को एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण प्रदान करने में सहायक होगी।
- 2025 मार्च तक लक्ष्य:
मार्च 2025 तक इस योजना को पूरी तरह से लागू किया जाएगा, और इसके बाद पूरे जिले में सीसीटीवी कैमरे स्थापित हो जाएंगे।
इस पहल से क्या फायदा होगा?
पुलिस की तत्काल प्रतिक्रिया: लाइव फुटेज के जरिए पुलिस प्रशासन को घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देने की सुविधा मिलेगी।
आपराधिक गतिविधियों में कमी: निगरानी से अपराधियों की पहचान और पकड़ी जाने की संभावना बढ़ जाएगी।
सार्वजनिक सुरक्षा का मजबूत होना: नागरिकों में सुरक्षा का एहसास बढ़ेगा, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।
स्मार्ट सिटी की दिशा में कदम: यह कदम शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है और तकनीकी दृष्टि से भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
आर्थिक व्यय और योजना का लक्ष्य:
इस योजना पर कुल 2.63 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
2025 मार्च तक इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा और पूरे जिले में कैमरे लगाए जाएंगे।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य:
बढ़ते अपराधों, नशा तस्करी और असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाना।नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना।