वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत एडीएम पूह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत एडीएम पूह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

पूह उपमण्डल के गांव कुन्नू-चारंग को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत किया जा रहा विकसित

DPLN (रिकांगपिओ)
13 जनवरी।
जिला किन्नौर के पूह उपमण्डल की ग्राम पंचायत चांरग के गांव कुन्नू-चारंग को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत विकसित करने के लिए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पूह सुरिंदर सिंह राठौर की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि योजना के तहत कुन्नू-चारंग गांव को ग्राम वासियों की सहभागिता से एक आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाना है जिसमें हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने इस बारे ग्राम पंचायत प्रधान तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि हमें गांव का विकास इस प्रकार से सुनिश्चित बनाना है ताकि सभी ग्राम वासियों को सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सके और ग्राम वासियों का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। योजना के तहत गांव का समग्र विकास सुनिश्ति बनाना है जिसमें वैयक्तिक, मानव, आर्थिक व सामाजिक विकास शामिल है। उन्होंने बताया कि व्यैक्तिक विकास के तहत व्यक्तिगत नैतिक मूल्य, साफ-सफाई, सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण व व्यवहार में परिवर्तन लाना व मानव विकास के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, आर्थिक विकास के तहत आजीविकाएं, रोजगार, कौशल, वित्तीय समावेशन, बुनियादी सुविधाएं व सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ सामाजिक विकास में स्वयं-सेवा, सामाजिक मूल्य व नैतिकता, सामाजिक न्याय व सुशासन शामिल हैं।
अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी ने उद्योग विभाग को गांव में युवाओं को स्वरोज़गार स्थापीत करने के लिए प्रेरित करने हेतु कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने कृषि तथा बागवानी विभागों को किसानों और बागवानों को खेती की नई तकनीक तथा नई फसलों से रूबरू करवाने के लिए प्रशिक्षण कैंप लगाने को कहा। उन्होंने अधिकारीयों को गांव में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
बैठक में ग्राम पंचायत प्रधान निर्मला देवी ने बताया कि यह गांव पूरी तरह से कृषि गतिविधियों पर निर्भर है। ऐसे में ग्राम वासियों को कृषि की आधुनिक तकनिकों तथा बीजों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कृषि व बागवानी जागरूकता शिविर लगाया जाए। उन्होंने क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों की संभावनाओं को देखते हुए गांव को वर्ष भर सड़क सुविधा से जोड़ने व संचार सुविधा उपलब्ध करवाने का भी आग्रह किया ताकि लोग कृषि के साथ-साथ पर्यटन गतिविधियों में भी भाग ले सकें।
बैठक में उपमण्डल दण्डाधिकारी कल्पा डॉ मेजर शशांक गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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