दयानंद आदर्श विद्यालय कंडाघाट में बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया महाशिवरात्रि व बोध उत्सव
DPLN ( कंडाघाट )
18 फरवरी। स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वें जन्म उत्सव का शुभारंभ 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा किया गया इस संबंध में कंडाघाट के दयानंद आदर्श विद्यालय में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय में शनिवार को महाशिवरात्रि पर्व व ऋषि बोध उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम विद्यालय से शोभायात्रा निकाली गई उसके पश्चात विद्यालय में यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में यजमान के तौर पर प्रबोध चंद सूद, सुमन सूद, सुरेंद्र सूद,शीतल सूद ने शिरकत की। इसके बाद विद्यार्थियों द्वारा स्वामी दयानंद सरस्वती जी के शिवरात्रि के उत्सव पर प्राप्त किए गए ज्ञान को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए गए ।
इसके साथ ही विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। खास प्रस्तुति विद्यालय के अध्यापक अर्पित भारद्वाज, राकेश ठाकुर , रोहित गुलशन व अन्य सभी अध्यापकों की रही । अंत में विद्यार्थियों , अभिभावक गण व आए हुए अतिथिवर्ग के लिए प्रीतिभोज का प्रबंध भी किया गया । इस अवसर पर विद्यार्थियों को फल भी वितरित किए गए ।
इस महापर्व पर आर्य समाज के प्रधान प्रबोध सूद, सचिव ब्रह्मदेव सूद , कुलदीप कपूर, कांता कपूर, राजेश शांडिल, व अन्य वरिष्ठ आर्य समाज के सदस्य गण उपस्थित रहे । विद्यालय प्रधानाचार्या ने बोलते हुए कहा कि आज का यह पावन पर्व न सिर्फ उस परम सता की उपासना का पर्व है अपितु यह दिन हमारे लिए ज्ञान प्राप्ति का दिवस है क्योंकि इसी दिन आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने ईश्वर के सच्चे स्वरूप के ज्ञान की प्राप्ति की थी।
इस अवसर पर आर्य शिक्षा समिति के प्रधान प्रवचन सुनने बोलते हुए स्वामी दयानंद सरस्वती जी के कार्यों का वर्णन किया और बताया कि किस तरह से उन्होंने नारी उत्थान हेतु कार्य किए।